विकिरण का उत्सर्जन और अवशोषण के प्रकार

विकिरण की पदार्थ के साथ क्रिया निम्नलिखित तीन प्रकार से हो सकती है- उद्दीपित अथवा प्रेरित अवशोषण स्वतः प्रवर्तित उत्सर्जन उद्दीपित अथवा प्रेरित उत्सर्जन उद्दीपित अथवा प्रेरित अवशोषण हम जानते हैं कि कोई भी परमाणु विभिन्न निश्चित ऊर्जा अवस्थाओं में रह सकता है, माना हमारे पास दो ऊर्जा स्तर E1व E2है, ऊर्जा स्तर E2का मान … Read more

विद्युत क्षेत्र क्या है?

विद्युत क्षेत्र “विद्युत आवेश के चारों ओर का वह क्षेत्र जिसमें किसी दूसरे आवेश को रखने पर वह आकर्षण अथवा प्रतिकर्षण बल का अनुभव करता है, विद्युत क्षेत्र कहलाता है।” विद्युत क्षेत्र को प्रति इकाई आवेश में विद्युत बल के रूप में भी परिभाषित किया जा सकता है। इसका का सूत्र निम्न प्रकार है E=F … Read more

संधारित्र क्या है? श्रेणी क्रम तथा समांतर क्रम संयोजन

यह एक ऐसा डिवाइस है, जिसमें हम वैद्युत आवेश को संचित कर सकते हैं  इसमें दो चालकों को कुछ दूरी पर रखा जाता है, निकट रखे इन चालकों में समान मात्रा में धन तथा ऋण आवेश संचित हो जाता है। संधारित्र का सिद्धांत यह इस सिद्धांत पर कार्य करता है कि जब किसी एक आवेशित … Read more

जड़त्वीय एवं अजड़त्वीय निर्देश तंत्र क्या है?

निर्देश तंत्र निर्देश तंत्र हमको घटना के समय उस वस्तु की स्थिति और समय के साथ परिवर्तन को दर्शाता है, मुख्य रूप से दो निर्देश तंत्र होते हैं, जड़त्वीय निर्देश तंत्र अजड़त्वीय निर्देश तंत्र   किसी भी वस्तु अथवा पिंड की गति का वर्णन करने के लिए हमको यह पता होना चाहिए कि यह गति … Read more

गॉस का नियम क्या है?

मैक्सवेल के विद्युत चुंबकत्व के नियमों के चार समीकरणों में से एक गॉस का नियम है। यह शुरू में कार्ल फ्रेडरिक गॉस द्वारा वर्ष 1835 में तैयार किया गया था। गॉस के नियम में कहा गया है कि किसी दिए गए सतह के माध्यम से दिए गए विद्युत क्षेत्र का शुद्ध प्रवाह, संलग्न आवेश से … Read more

भौतिक मात्राएँ और उनके विमीय सूत्र

विमीय सूत्र जब किसी भौतिक मात्रा को मूल मात्राओं (जैसे L, M, T) के रूप में दर्शाया जाता है, तो उसे विमीय सूत्र कहा जाता है। उदाहरण के लिए, बल का विमीय सूत्र: [M1L1T-2] मूल भौतिक मात्राएँ मात्रा प्रतीक SI एकक विमा लंबाई L मीटर (m) [L] द्रव्यमान M किलोग्राम (kg) [M] समय T सेकंड … Read more

विद्युत आवेश

विद्युत आवेश को हम दैनिक जीवन में भी अनुभव करते हैं, जब हम कंगी को सूखे बालों से रगड़ने के बाद कागज के छोटे टुकड़ों के पास ले जाए तो वह कागज के टुकड़ों को आकर्षित करने लगता है क्योंकि घर्षण के कारण कंगी आवेशित हो जाती है और वह कागज के टुकड़ों को आकर्षित … Read more

सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण

ब्रह्मांड में उपस्थित प्रत्येक कण एक दूसरे कण पर एक आकर्षण बल लगाते हैं, इस आकर्षण बल को हम सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण बल के नाम से जानते हैं। सार्वत्रिक गुरुत्वाकर्षण बल प्रकृति के चार मौलिक बलों में से एक है। यह वही बल है जो ग्रहों को सूर्य की परिक्रमा करने पर मजबूर करता है, और … Read more

Ruby laser

The first laser to be successfully used was the Ruby laser, it was invented by Maimanin 1960. Ruby laser is a Solid state laser, in which a three-stage scheme is used for population inversion, which makes laser action possible. History of Ruby laser Lasers are based on the principle of stimulated emission of radiation.This principle … Read more

रुबी लेजर

सर्वप्रथम सफलतापूर्वक उपयोग में लिए जाने वाला लेजर रुबी लेजर (Ruby laser) था, इसका आविष्कार मैमनद्वारा 1960 में किया गया था। परिभाषा रुबी लेजर एक ठोस अवस्था लेजर है, जिसमे जनसँख्या प्रतिलोम के लिए त्रिस्तरीय योजना का प्रयोग किया जाता है जिससे लेज़र क्रिया संभव हो पाती है। रूबी लेजर का निर्माण रुबी लेजर के … Read more

ओम का नियम

ओम का नियम विद्युत विज्ञान का एक मूलभूत सिद्धांत है, जो वोल्टेज, धारा और प्रतिरोध के बीच के संबंध को परिभाषित करता है। यह नियम जर्मन भौतिक विज्ञानी जॉर्ज साइमन ओमने 1827 में खोजा था। इस लेख में हम इसके बारे में विस्तार से जानेंगे । ओम के नियम का इतिहास 19वीं शताब्दी की शुरुआत … Read more